Loksabha: लोकसभा में पुरानी पेंशन योजना और पेयजल संकट पर उठी आवाज

Loksabha: लोकसभा में पुरानी पेंशन योजना और पेयजल संकट पर उठी आवाज
समाजवादी पार्टी के धर्मेन्द्र यादव ने लोकसभा में केंद्रीय कर्मचारियों की पेंशन का मुद्दा उठाया और कहा कि यूनिफाइड पेंशन योजना से कर्मचारी संतुष्ट नहीं हैं, इसलिए पुरानी पेंशन योजना ही लागू की जानी चाहिए। उन्होंने शून्यकाल के दौरान बताया कि पेंशन को लेकर कर्मचारी आंदोलन कर रहे हैं। न तो वे नेशनल पेंशन स्कीम से संतुष्ट थे और न ही एक अप्रैल से लागू होने वाली यूनिफाइड पेंशन योजना से। उनका कहना है कि पुरानी पेंशन योजना से ही कर्मचारियों और उनके परिवारों की आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित होती थी। धर्मेंद्र यादव ने सरकार से मांग की कि पुरानी पेंशन स्कीम को फिर से लागू किया जाए।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के अमरा राम ने राजस्थान के ग्रामीण इलाकों में पेयजल की किल्लत का मुद्दा उठाया और कहा कि सीकर और झुंझुनू जिलों में लोग बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में आबादी के बिखरे होने के कारण पेयजल सुविधाएं पहुंचाना चुनौतीपूर्ण हो जाता है। उन्होंने केंद्र सरकार से राजस्थान को विशेष सहायता देने की मांग की। साथ ही उन्होंने सुझाव दिया कि पेयजल सुविधाओं पर होने वाले खर्च का 90 प्रतिशत हिस्सा केंद्र सरकार को वहन करना चाहिए ताकि राज्य में जल संकट को दूर किया जा सके।