धामों के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का क्रेज कपाट बंद होने के बाद भी करा रहे रजिस्ट्रेशन
गौर हो कि उत्तराखंड के चारों धामों में से तीन धामों के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए हैं. जिसमें मुख्य रूप से गंगोत्री, यमुनोत्री और केदारनाथ धाम के साथ ही हेमकुंड साहिब के कपाट अगले 6 महीने के लिए बंद कर दिए गए हैं. बावजूद इसके श्रद्धालुओं में धामों के दर्शन करने का क्रेज अभी भी कम नहीं हो रहा है. दरअसल, चारधाम यात्रा के लिए जारी किए गए रजिस्ट्रेशन पोर्टल पर अभी भी श्रद्धालु, उन धामों के लिए भी रजिस्ट्रेशन कराते नजर आ रहे हैं जिन धामों के कपाट बंद हो चुके हैं. उत्तराखंड के चारों धामों में से तीन धाम यानी गंगोत्री, यमुनोत्री और केदारनाथ धाम के कपाट शीतकाल के दौरान बंद कर दिए गए हैं.
इसके साथ ही हेमकुंड साहिब के कपाट भी बंद हो चुके हैं. बदरीनाथ धाम के कपाट 19 नवंबर को अगले छ: महीने के लिए यानी शीतकाल के दौरान बंद कर दिए जाएंगे. हालांकि, अभी तक 45 लाख 41 हजार 542 श्रद्धालु चारधाम समेत हेमकुंड साहिब के दर्शन कर चुके हैं. पर्यटन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, कपाट बंद होने के बाद भी यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ के साथ ही हेमकुंड साहिब के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं के रजिस्ट्रेशन कराने की प्रक्रिया जारी है. इन धामों के लिए श्रद्धालुओं ने 3 नवंबर तक दर्शन के लिए रजिस्ट्रेशन कराए हैं. हालांकि, बदरीनाथ धाम के दर्शन के लिए भी श्रद्धालुओं के रजिस्ट्रेशन कराने की प्रक्रिया लगातार जारी है. क्योंकि, बदरीनाथ धाम के कपाट 19 नवंबर को शीतकाल के लिए बंद होंगे.