उत्तराखंड की 12 महिलाओं को मिला तीलू रौतेली पुरस्कार
सोमवार को सर्वे चौक स्थित सभागार में उत्तराखंड सरकार के महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग की ओर से प्रदेश की 12 महिलाओं और किशोरियों को विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए सम्मानित किया गया. इस मौके पर प्रदेश में पहली बार 35 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को भी सम्मानित किया गया. सम्मानित की गई महिलाओं ने अपने केंद्रों में केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई है. इस मौके पर राज्यपाल सेनि. लेफ्टिनेट जनरल गुरमीत सिंह और महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्य ने इन सभी महिलाओं, किशोरियों और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को सम्मानित किया.
तीलू रौतेली का जन्म 8 अगस्त को हुआ था. तिलोत्तमा देवी गढ़वाल, उत्तराखण्ड की एक ऐसी वीरांगना थी जो केवल 15 वर्ष की उम्र में रणभूमि में कूद पड़ी थी. सात साल तक जिसने अपने दुश्मन राजाओं को कड़ी चुनौती दी थी. 22 वर्ष की आयु में सात युद्ध लड़ने वाली तीलू रौतेली एक वीरांगना थीं. तीलू रौतेली उर्फ तिलोत्तमा देवी भारत की रानी लक्ष्मीबाई, चांदबीबी, झलकारी बाई, बेगम हजरत महल के समान ही देश विदेश में ख्याति प्राप्त हैं.