पूर्वी भारत के लिए एक गेम चेंजर: IITF 2025 में रांची स्मार्ट सिटी मॉडल बना आकर्षण का केंद्र- रांची की नई पहचान: शिक्षा और कौशल विकास का प्रवेश द्वार
झारखंड का सुनहरा भविष्य: रांची बन रहा है “नॉलेज हब” – स्मार्ट सिटी मॉडल ने IITF 2025 में मचाई धूम!
अहमद हसन:-
नई दिल्ली: भारत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला (IITF) 2025 में, झारखंड पवेलियन ने रांची स्मार्ट सिटी मॉडल के साथ पूरे देश का ध्यान अपनी ओर खींचा है। यह मॉडल सिर्फ एक शहरी नियोजन का प्रदर्शन नहीं, बल्कि झारखंड सरकार की रांची को पूर्वी भारत का प्रमुख शिक्षा और कौशल विकास केंद्र (नॉलेज हब) बनाने की मजबूत और दूरदर्शी पहल का सशक्त प्रमाण है।

शिक्षा और कौशल का नया केंद्र: युवाओं के पलायन पर लगेगी रोक
रांची स्मार्ट सिटी कॉर्पोरेशन के जन संपर्क पदाधिकारी अमित कुमार ने इस महत्वाकांक्षी दृष्टि को रेखांकित करते हुए बताया कि शहर को ज्ञान-आधारित उद्योगों और अत्याधुनिक शिक्षण संरचनाओं के साथ विकसित किया जा रहा है।

”रांची, जो सरकारी संगठनों, पीएसयू और आरएंडडी केंद्रों का प्रमुख स्थल है, लंबे समय से युवाओं के पलायन की चुनौती का सामना करता रहा है। अब शहर को इस प्रकार विकसित किया जा रहा है कि अगले 5–10 वर्षों में यह झारखंड ही नहीं, बल्कि पूर्वोत्तर राज्यों के लिए भी प्रमुख शैक्षणिक एवं कौशल विकास केंद्र बन सके।”
यह पहल न केवल स्थानीय प्रतिभाओं को रोकेगी बल्कि आस-पास के राज्यों के युवाओं को भी विश्व स्तरीय शिक्षा और रोजगार के अवसरों के लिए रांची की ओर आकर्षित करेगी।
फ्यूचर-रेडी ग्रीनफील्ड टाउनशिप: अत्याधुनिक आधारभूत संरचना
656 एकड़ में विकसित की जा रही यह ग्रीनफील्ड टाउनशिप नवीनतम तकनीक और भविष्य-उन्मुख शहरी नियोजन का एक बेजोड़ संगम है। एयरपोर्ट और हटिया रेलवे स्टेशन के निकट रणनीतिक रूप से स्थित, यह क्षेत्र निम्नलिखित प्रमुख विशेषताओं के साथ निवेश और विकास के लिए एक आदर्श केंद्र बन रहा है:
रणनीतिक स्थान: सीबीडी (सेंट्रल बिज़नेस डिस्ट्रिक्ट), प्रस्तावित राजधानी परिसर के निकट।
पर्यावरण-संतुलन: कुल भूमि का 37% हिस्सा ओपन और ग्रीन स्पेस के रूप में सुरक्षित, जो सतत विकास की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
तकनीकी आधार: तकनीकी संस्थानों, स्टार्टअप इकोसिस्टम और ज्ञान-आधारित उद्योगों के लिए अनुकूल माहौल।
स्मार्ट और सस्टेनेबल सुविधाएँ: शहर को बना रही हैं रहने योग्य
रांची स्मार्ट सिटी मॉडल को आकर्षण का केंद्र बनाने वाली इसकी अत्याधुनिक नागरिक-केंद्रित सुविधाएँ हैं, जो इसे एक स्वच्छ, सुरक्षित और पर्यावरण-संतुलित शहर बनाती हैं:
सुविधा विवरण उद्देश्य
पावर/जल आपूर्ति 24×7 गैस-इंसुलेटेड पावर स्टेशन और जल आपूर्ति नेटवर्क विश्वसनीय और निर्बाध सेवाएं
जल संरक्षण 16 एमएलडी क्षमता वाले एसटीपी से उपचारित जल का 40% गैर-पीने योग्य उपयोग के लिए प्रस्तावित जल संरक्षण और सतत शहरी प्रबंधन
अंडरग्राउंड नेटवर्किंग अंडरग्राउंड वायरिंग मॉडल और रोडसाइड यूटिलिटी डक्ट सिस्टम शहर को स्वच्छ और सुरक्षित बनाना
टाउन प्लानिंग वैश्विक स्तर के टाउन प्लानिंग मॉडल और सतत विकास को बढ़ावा गुणवत्तापूर्ण
रांची स्मार्ट सिटी अब सिर्फ एक शहरी परियोजना नहीं, बल्कि “एक उभरते हुए ज्ञान-केन्द्र” के रूप में झारखंड की नई और प्रगतिशील पहचान को प्रभावी रूप से प्रस्तुत कर रही है। IITF 2025 में इस मॉडल की सफलता ने यह स्पष्ट कर दिया है कि रांची जल्द ही पूर्वी भारत के लिए विकास, शिक्षा और कौशल का एक नया मार्गदर्शक बनेगा।
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