Uttarakhand Development: प्रदेश की सवा करोड़ जनता के सहयोग से उत्तराखंड को देश का श्रेष्ठ राज्य बनाएंगे – मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी
Uttarakhand Development: प्रदेश की सवा करोड़ जनता के सहयोग से उत्तराखंड को देश का श्रेष्ठ राज्य बनाएंगे – मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विधानसभा के विशेष सत्र के दौरान कहा कि प्रदेश की सवा करोड़ जनता के सहयोग से उत्तराखंड को देश का श्रेष्ठ राज्य बनाया जाएगा। उन्होंने राज्य गठन की पृष्ठभूमि से लेकर वर्तमान तक की यात्रा का विस्तृत विवरण प्रस्तुत करते हुए कहा कि देवभूमि ने 25 वर्षों में अनेक उतार-चढ़ावों का सामना किया है, लेकिन अब राज्य निरंतर प्रगति के मार्ग पर अग्रसर है।
राज्य गठन से अब तक की यात्रा – सभी मुख्यमंत्रियों के योगदान को दी श्रद्धांजलि
मुख्यमंत्री ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी सरकार के कार्यकाल में उत्तराखंड का गठन हुआ और राज्य को विशेष आर्थिक पैकेज प्राप्त हुआ, जिससे विकास की नई दिशा तय हुई। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्रियों स्व. नित्यानंद स्वामी, भगत सिंह कोश्यारी, स्व. नारायण दत्त तिवारी, भुवन चंद्र खंडूड़ी, डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक, त्रिवेंद्र सिंह रावत और तीरथ सिंह रावत के योगदान की सराहना की। धामी ने कहा कि इन सभी नेताओं ने अपने-अपने कार्यकाल में राज्य की मजबूत नींव रखी।
उन्होंने बताया कि कांग्रेस सरकार के दौरान राजनीतिक अस्थिरता और प्राकृतिक आपदाओं के बीच भी केदारनाथ पुनर्निर्माण जैसे ऐतिहासिक कार्य हुए, जबकि भाजपा शासन में सुशासन और तकनीक आधारित प्रशासन ने राज्य को नई दिशा दी।
कठिन चुनौतियों के बीच संभाली जिम्मेदारी – जनता के भरोसे दोबारा मिली जीत
मुख्यमंत्री ने कहा कि जुलाई 2022 में जब उन्होंने राज्य की कमान संभाली, तब कोरोना महामारी और अनेक चुनौतियां सामने थीं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और जनता के समर्थन से उन्होंने अल्प समय में राज्य की योजनाओं को गति दी। परिणामस्वरूप, वर्ष 2022 के चुनाव में जनता ने भाजपा को ऐतिहासिक बहुमत देकर लगातार दूसरी बार सत्ता सौंपी।
धामी ने कहा कि राज्य आंदोलनकारियों का सम्मान और उनके सपनों को साकार करना उनकी प्राथमिकता रही है। सरकार ने 30 से अधिक नई नीतियों को लागू कर रोजगार, स्वरोजगार, और समग्र विकास के नए रास्ते खोले। उन्होंने बताया कि नीति आयोग के सतत विकास लक्ष्य इंडेक्स में उत्तराखंड को देश में पहला स्थान प्राप्त हुआ है।
प्रगति की नई ऊँचाइयाँ – इंफ्रास्ट्रक्चर, रोजगार और पर्यटन में क्रांति
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की अर्थव्यवस्था का आकार अब 26 गुना बढ़ चुका है, जबकि प्रति व्यक्ति आय में 18 गुना वृद्धि हुई है। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था 2024-25 में ₹3.78 लाख करोड़ के पार जाएगी।
धामी ने कहा कि डबल इंजन सरकार ने गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित किया, ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में ₹3.56 लाख करोड़ से अधिक के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए, और किसानों को तीन लाख रुपये तक का ब्याजमुक्त ऋण देने की योजना लागू की गई।
उन्होंने बताया कि तीर्थाटन और पर्यटन राज्य की अर्थव्यवस्था का आधार हैं। सरकार धार्मिक, ईको, वेलनेस और फिल्म पर्यटन को बढ़ावा दे रही है। ऋषिकेश-हरिद्वार कॉरिडोर विकसित किया जा रहा है, और केदारखंड-मानसखंड मंदिरों के सौंदर्यीकरण का कार्य तेजी से चल रहा है।
देवभूमि बनी खेल भूमि – मातृशक्ति और युवाओं के सशक्तिकरण पर जोर
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड अब खेल भूमि के रूप में उभर रहा है। राष्ट्रीय खेलों में राज्य ने 103 पदक जीतकर 7वां स्थान प्राप्त किया है। उन्होंने कहा कि महिलाओं को सरकारी नौकरियों में 30% आरक्षण दिया गया है और युवाओं को रोजगार के लिए अब तक 26 हजार से अधिक सरकारी नौकरियां दी गई हैं।
उन्होंने बताया कि नकल माफियाओं पर सख्त कार्रवाई करते हुए देश का सबसे कड़ा नकल कानून लागू किया गया, जिससे पारदर्शिता बढ़ी है।
इंफ्रास्ट्रक्चर और स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार – डबल इंजन सरकार का फोकस
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना से पहाड़ों तक रेल पहुँचाने का सपना साकार हो रहा है। केदारनाथ और हेमकुंड साहिब के लिए रोपवे निर्माण जल्द शुरू होगा, जबकि 18 हेलीपोर्ट्स विकसित किए जा रहे हैं।
स्वास्थ्य क्षेत्र में प्रत्येक जिले में मेडिकल कॉलेज की स्थापना का लक्ष्य रखा गया है। हल्द्वानी में राज्य का पहला कैंसर संस्थान बनाया जा रहा है।
धामी ने कहा कि उनकी सरकार “साफ नीयत, स्पष्ट नीति और पारदर्शी प्रक्रिया” पर काम कर रही है। भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई गई है, जिसके तहत आईएएस और पीसीएस अधिकारियों सहित 200 से अधिक भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्रवाई की गई।
उन्होंने कहा कि समान नागरिक संहिता कानून लागू कर सभी नागरिकों को समान अधिकार दिए गए हैं। धर्मांतरण, लव जिहाद, लैंड जिहाद जैसे कृत्यों को रोकने के लिए सख्त कानून बनाए गए हैं। दंगों की भरपाई अब दंगाइयों से ही कराई जा रही है। इसके साथ ही देवभूमि की पवित्रता बनाए रखने के लिए सख्त भू-कानून लागू किया गया और मदरसा बोर्ड समाप्त करने का निर्णय लिया गया है।
जनता के सहयोग से पूरा होगा श्रेष्ठ उत्तराखंड का सपना
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड ने 25 वर्षों में अनेक संघर्षों और उपलब्धियों के साथ अपनी पहचान बनाई है। अब प्रदेश की सवा करोड़ जनता के सहयोग से राज्य को देश का श्रेष्ठ राज्य बनाने का “विकल्प रहित संकल्प” साकार होगा।
उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु को विशेष सत्र को संबोधित करने के लिए धन्यवाद दिया और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को राज्य निर्माण में योगदान के लिए नमन किया।