Uttarakhand Chhath Puja: प्रदेशभर में श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया गया लोक आस्था का पर्व छठ पूजा
Uttarakhand Chhath Puja: प्रदेशभर में श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया गया लोक आस्था का पर्व छठ पूजा
देहरादून : पूरे उत्तराखंड में लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा इस वर्ष भी अत्यंत श्रद्धा, भक्ति और उत्साह के साथ मनाया गया। घाटों पर सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी, जिन्होंने सूर्य उपासना के इस पर्व में भाग लेकर अपनी आस्था व्यक्त की। महिलाओं ने पारंपरिक वेशभूषा में सुसज्जित होकर नदियों, तालाबों और जलाशयों के तटों पर छठ माता और सूर्यदेव को अर्घ्य अर्पित किया। पूरे राज्य में भक्ति और लोक संस्कृति का अनुपम संगम देखने को मिला।

मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन ने भी सपरिवार प्रेमनगर स्थित टोंस नदी के घाट पर पहले अस्ताचलगामी सूर्य को और फिर उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देकर पूजा-अर्चना की। उन्होंने सूर्यदेव और छठ माता से प्रदेश की समृद्धि, खुशहाली और नागरिकों के कल्याण की कामना की। मुख्य सचिव ने कहा कि छठ पर्व केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि यह प्रकृति, सूर्य और मानव के बीच सामंजस्य का प्रतीक है। यह पर्व पर्यावरण संरक्षण, शुद्धता और पारिवारिक एकता का संदेश देता है। प्रदेशभर में छठ पूजा के अवसर पर प्रशासन की ओर से विशेष प्रबंध किए गए।

श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा को देखते हुए पुलिस, नगर निकायों और स्वच्छता कर्मियों ने घाटों पर पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की। देहरादून, हरिद्वार, ऋषिकेश, हल्द्वानी, रुद्रपुर और पौड़ी सहित कई शहरों में छठ घाटों को दीपों, केले के पत्तों और फूलों से सजाया गया, जिससे वातावरण भक्ति और उत्सव के रंगों से भर उठा। महिलाओं ने निर्जला व्रत रखकर सूर्यदेव को अर्घ्य दिया और परिवार की सुख-समृद्धि की प्रार्थना की। श्रद्धालुओं ने पारंपरिक गीतों और भजनों के साथ पूरे माहौल को आध्यात्मिक बना दिया। उत्तराखंड में बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश से आए प्रवासी समुदाय के साथ-साथ स्थानीय नागरिकों ने भी इस पर्व में उत्साहपूर्वक भाग लिया, जिससे सामाजिक समरसता की झलक साफ दिखाई दी।